19 सितंबर 2011

आइये चले मेरे साथ छिंदवाड़ा स्थित श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय...... संजय भास्कर



इस बार मैंने अपने ननिहाल से जुडी कुछ यादों के बारे लिखा है !
छिंदवाड़ा जिले का सबसे पुराना जनजातीय संग्रहालय जब मैंने इसे पहली बार देखा तो देखता ही रह गया !
पहली बार मुझे 2006 में इसे देखने का मौका मिला .....उसके बाद से जब भी ननिहाल गया संग्रहालय देखने के कोई मौका नहीं मिला लेकिन आज भी संग्रहालय देखने का बहुत मन करता है पर अब समय ही नहीं निकाल पाते जल्दबाजी में गए जल्दबाजी में आ गये इतना समय ही नहीं मिलता की घूमने का मौका मिले हम यह सोच लेते है जितना समय है मामा मामी , भाई बहनों के साथ बिता ले क्योकि रोज रोज तो आया जाता नहीं है ! .... .......कई बार सोचा इन यादें के बारें में लिखू पर कभी लिखने का वक्त नहीं निकाल पाया पर अभी कुछ दिन पहले ही मैं अपने पर्स को चेक कर रहा था की अचानक पर्स की अन्दर की जेब से म्यूजियम प्रवेश का 2 रुपये का शुल्क वाला टिकेट मिला 2 सितम्बर 2006 जिसे मैंने पहली बार म्यूजियम देखने के लिए लिया था जिसे देख कर पुरानी याद तजा हो गई और मैंने उसी दिन उन यादों को लिख डाला !
जब मैं पहली बार संग्रहालय देखने गया था तो संग्रहालय के के कर्मचारी से संग्रहालय के बारे में काफी जानकारी मिली थी | उससे मुझे संग्रहालय के बारे में लिखने में बहुत मदद मिली ........!
छिंदवाड़ा स्थित जनजातीय संग्रहालय की शुरूआत 20 अप्रैल 1954 ई. में हुई थी। 1975 ई. में इस संग्रहालय को राज्य संग्रहालय का नाम दिया गया। लेकिन 8 सितम्बर 1997 ई. को इसका नाम बदल कर श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय रख दिया गया। श्री बादल भोई इस जिले के क्रांतिकारी जनजातीय नेता थे। उन्हीं के नाम पर इस संग्रहालय का नाम रखा गया। इस जनजातीय संग्रहालय को 15 अगस्त 2003 में सभी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। यह संग्रहालय पर्यटकों के लिए प्रतिदिन खुला रहता है। इस संग्रहालय में इस जिले में रहने वाले जनजातीय लोगों से जुड़े संरक्षित घरों के भण्डार और अनोखी वस्तुएं देखी जा सकती है। यहां आप घर, कपड़े ,आभूषण, शस्‍त्र, कृषि उपकरण, कला, संगीत, नृत्य, धार्मिक गतिविधियां आदि चीजें देख सकते हैं। इस संग्रहालय में जनजातीय समुदायों की परम्परा और पुरानी संस्कृति की झलकियां भी देखने को मिलती है। इस जिले में गोंड और बेगा प्रमुख जनजातियां है।




इस म्यूजियम में जिले की जनजातियों से सम्भंधित इक़ से इक़ अद्भुत चीजें हैं। इसमें घर, कपडे, जेवरात, हथियार, कृषि के साधन, कला, संगीत, नृत्य, त्यौहार, देवी-देवता, धार्मिक गतिविधियाँ, आयुर्वेदिक संग्रह जैसी वस्तुएं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है.
यह म्यूजियम जनजातीय संप्रदाय की उन्नत परम्पराओं और प्राचीन संस्कृति पर प्रकाश डालता है. जिले में गौंड और बैगदो प्रमुख जनजातियाँ थीं. इसमें उन लोगों के परिवार के रहने सहने के ढंग का भी वर्णन मिलता है. इसमें यह भी जानकारी मिलती है कि अगरियाजन्जाती के लोग किस तरह लोहे को मोदते थे. इन बातों को अगर इक़ लाइन में कहा जाए तो यह म्यूजियम जिले की जनजातीय के बारे में जानकारी जुटाने का सर्वथा उपयुक्त साधन है...........!
आप सभी भी जाकर देखें मुझे उम्मीद है आप सभी को संग्रहालय बहुत पसंद आएगा !
संग्रहालयके बारे में हमारे मित्र राम कृष्ण जी भी लिख चुके है जो छिंदवाड़ा के ही है!



-- संजय भास्कर

140 टिप्‍पणियां:

SANDEEP PANWAR ने कहा…

संजय भाई,
बहुत दिनों बाद आपके यहाँ अपनी पसंद की पोस्ट देखी है और पसंद भी बहुत आयी है।
जानकारी भी काफ़ी मिली है।

रविकर ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति ||
पढ़कर आनंदित हुआ ||
बधाई ||

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी संजय जी. कभी छिंदवाडा जाने का अवसर मिला तो जरुर जाऊंगा .. बढ़िया संस्मरण.

दिगम्बर नासवा ने कहा…

संजय जी ... छिंदवाडा के इस संग्रहालय की अच्छी जानकारी दी है आपने ...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

कभी अवसर मिलेगा तो जरूर छिंदवाडा जाऊँगा ..

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

अच्छे संस्मरण प्रस्तुत किये हैं आपने अपनी ननिहाल के!

दीपक बाबा ने कहा…

संदीप पवार (जाट देवता) की टीप मेरी भी मानी जाए.

Bharat Bhushan ने कहा…

बढ़िया जानकारी भरा आलेख जो मुझे पसंद आया है. ननिहाल के आस-पास कुछ भी हो वह भूलता नहीं है.
एक बात महसूस कर रहा हूँ कि एक चित्र में आदिवासी संग्रहालय में घोड़े की प्रतिकृति रखी है. हैरान हूँ कि गोंड या अन्य भारतीय जनजातियों की संस्कृति का इनके साथ क्या संबंध हो सकता है.

Bharat Bhushan ने कहा…

ऐसा आलेख लिखने के लिए बधाई और शुभकामनाएँ.

amrendra "amar" ने कहा…

Waah Sanajy ji itni vividhtatye chupa rakhi hai apne pane ander.aap to sabhi kshetro me parangat hai .maan gaya aapko badhai

amrendra "amar" ने कहा…

aapke sunder sansmanran se parichay karane ke liye dhanvyawaad

जीवन और जगत ने कहा…

पहली बार एक 'जनजातीय संग्रहालय' के बारे में सुन रहा हूँ। यह एक अच्‍छा प्रयास है हमारी जनजातीय विविधता के संरक्षण का। इस पोस्‍ट के लिए आप प्रशंसा के पात्र हैं।

Er. सत्यम शिवम ने कहा…

बहुत अच्छा लगा भाई आपकी यादों की पालकी में सैर कर...।

Arun sathi ने कहा…

sarthak bloging...
aabhar

Rakesh Kumar ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी मिली संग्रहालय के बारे में आपसे.सुन्दर चित्र प्रस्तुति की शोभा बड़ा रहे हैं.
आभार.

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ जाट देवता संदीप पवाँर जी
बहुत बहुत शुक्रिया आपको मेरी पोस्ट पसंद आई

@ शुक्रिया रविकर जी

@ अरुण चन्द्र रॉय जी.. शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ दिगंबर नसवा जी
अवसर मिले तो जरूर छिंदवाडा जाइएगा ....बहुत बहुत आभार

संध्या शर्मा ने कहा…

संजय जी ... छिंदवाडा के इस संग्रहालय के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने हम भी जा चुके है छिंदवाडा लेकिन इसके बारे में जानकारी नहीं थी अब गए तो जरुर देखेंगे ...अच्छी जानकारी और बढ़िया संस्मरण......

रेखा ने कहा…

कभी छिंदवाड़ा जाने का अवसर मिला तो संग्रहालय जरुर जाएँगे .........जानकारी देने के लिए धन्यवाद

Udan Tashtari ने कहा…

अच्छी जानकारी दी इस संग्रहालय की, आभार.

सदा ने कहा…

संग्रहालय के बारे में इतनी विस्‍तृत एवं रोचक जानकारी देने के लिये आभार ।

Patali-The-Village ने कहा…

छिंदवाडा के इस संग्रहालय की अच्छी जानकारी दी है आपने|चित्र भी बहुत सुन्दर हैं| धन्यवाद|

POOJA... ने कहा…

wow bhai... yaaden taza ho gai... bas kuch photos ki kami lagi... jaise jaha unki dressing aur kaam ka section hai...
post shaandaar...

Suman Dubey ने कहा…

संजय जी नमस्कार। बड़ी रोचक जानकारी है पिक्चरों के सहित संजय भाई जन्म दिन की बधाई तो आपको दे ही चुकी हूं। ब्लाग पर आते जाते रहिएगा। मेरी प्रोफाइल पर जाएगे तो एक ब्लाग मेरा जनदर्पण नाम से होगा उसे भी देखिएगा। जयहिन्द्।

Unknown ने कहा…

आलेख जानकारी भरा है |आभार

k ने कहा…

काफी अच्छा संग्रह है जनाब...
पढ़ कर आनंदित हुआ...

ज्ञानचंद मर्मज्ञ ने कहा…

छिंदवाड़ा स्थित श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय के बारे में जानकारी से भरा आपका संस्मरण पढ़कर अच्छा लगा !
कभी मौका मिला तो अवश्य देखूंगा !
आभार !

डॉ टी एस दराल ने कहा…

बढ़िया जानकारी प्रदान की है । आभार ।

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक जी
....शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ दीपक बाबा जी
....शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ भूषण जी..
पूरी जानकारी के लिए आपको संग्रहालय जाना चाहिए

@ अमरेंदर भाई
....शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ घनश्याम मौर्य जी
शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा
आपको बहुत पसंद आएगा मुझे पूरी उम्मीद है

आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

आपके माध्यम से हमने भी देख लिया, कभी आकर भी देखेंगे।

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

कभी अवसर लगा तो अवश्य देखेंगे जी, शुभकामनाएं.

रामराम

Asha Lata Saxena ने कहा…

बहुत सुन्दर लेख |बधाई |
चित्र भी बहुत सही डाले हैं |
आशा

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया सत्यम भाई

@ शुक्रिया अरुण जी

@ राकेश कुमार जी
बहुत बहुत शुक्रिया...!

@ संध्या शर्मा जी
आप जब भी जाये तो जरुर देखें मुझे उम्मीद है आप सभी को संग्रहालय बहुत पसंद आएगा !

@ रेखा जी
अवसर मिले तो जरूर छिंदवाडा जाइएगा

ब्लॉग को पढने और सराह कर उत्साहवर्धन के लिए शुक्रिया...!

Maheshwari kaneri ने कहा…

बढ़िया जानकारी देती हुई बहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति .....

Sadhana Vaid ने कहा…

महत्वपूर्ण जानकारी से भरपूर सुन्दर संस्मरणात्मक आलेख ! हर संग्रहालय अपने आप में अनमोल होता है क्योंकि वह अतीत की गौरवशाली संकृति की धरोहरों को अपने में समेटे होता है ! अवसर मिला तो इसे अवश्य देखेंगे !

DR. ANWER JAMAL ने कहा…

नई जानकारी देने के लिए शुक्रिया.
हिंदी ब्लॉगिंग को वास्तव में ऐसी ही पोस्ट्स समृद्ध करती हैं।
http://hbfint.blogspot.com/2011/09/9-against-female-feticide.html

vidhya ने कहा…

संजय जी ... छिंदवाडा के इस संग्रहालय की अच्छी जानकारी दी है आपने ...

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सुंदर और रोचक जानकारी॥

रचना दीक्षित ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी छिंदवाडा के संग्रहालय के विषय में. बधाई.

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

बहुत अच्छा भ्रमण कराया...आभार...

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत अच्छी जानकारी उपलब्ध कराई है आपने।

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

Achchi Jankari deti behtreen post...

Dr Varsha Singh ने कहा…

जब मैं सिवनी में पोस्टेड थी...छिंदवाडा के इस संग्रहालय की जानकारी मिली थी...किन्तु जा नहीं पाई थी. न पहुंच पाने की कसक रह गई थी मन में....
आपके लेख ने उस कसक के दूर कर दिया...पढ़ कर मन आनंदित हो गया...
आभार.

Nidhi ने कहा…

जानकारी से भरपूर लेख...कभी मौका मिला तो मैं भी खुद जाकर देखना चाहूंगी..संग्रहालय को .

seema prakash ने कहा…

जल्दी ही हमारे ब्लॉग की रचनाओं का एक संकलन प्रकाशित हो रहा है.

आपको सादर आमंत्रण, कि आप अपनी कोई एक रचना जिसे आप प्रकाशन योग्य मानते हों हमें भेजें ताकि लोग हमारे इस प्रकाशन के द्वारा आपकी किसी एक सर्वश्रेष्ट रचना को हमेशा के लिए संजो कर रख सकें और सदैव लाभान्वित हो सकें.
यदि संभव हो सके तो इस प्रयास मे आपका सार्थक साथ पाकर, आपके शब्दों को पुस्तिकाबद्ध रूप में देखकर, हमें प्रसन्नता होगी.

अपनी टिपण्णी से हमारा मार्गदर्शन कीजिये.

जन सुनवाई jansunwai@in.com

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

आपके ब्लॉग की चर्चा ब्लॉग4वार्ता पर

ब्लोगोदय नया एग्रीगेटर

पितृ तुष्टिकरण परियोजना

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी .

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

अरे वाह ! तुम कबसे घुमने लगे संजय ! यह तो मेरी और संदीप की मन पसंद पोस्ट हैं ..खेर, जोरदार जानकारी ...

Unknown ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी संजय जी...
कभी छिंदवाडा जाने का अवसर मिला तो जरुर जाऊंगा .. बढ़िया संस्मरण.

Unknown ने कहा…

आपकी याददाश्‍त बहुत खूब है. 2006 का देखा हुआ भी आपको अच्‍छे से याद है.
एक अच्‍छे लेख के लिए बधाई.

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी संजय. कभी छिंदवाडा जाने का अवसर मिला तो जरुर जाऊंगा .. बढ़िया संस्मरण.

Deepak Saini ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति ||

नीरज गोस्वामी ने कहा…

इस जानकारी भरी पोस्ट के लिए आपका आभार....काश आप कुछ अधिक फोटो दिखाते...अब छिंदवाडा जा कर तो इसे देखने से रहे...आपके माध्यम से जान तो लिया लेकिन देखने की हसरत मन में रह गयी...

नीरज

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया समीर जी
@ शुक्रिया सदा जी
@ Thanks Patali-The-Village
@ शुक्रिया पूजा
पर मेरे पास इतने ही फोटो थे..जब गया था
तो कैमरे वाला मोबाइल नहीं था नहीं तो और कुछ फोटो ले आता
गूगल पर तीन ही फोटो मिले है
@ शुक्रिया सुमन दुबे जी
@ शुक्रिया वर्ज्य नारी स्वर जी
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

vandana gupta ने कहा…

छिंदवाडा के इस संग्रहालय की अच्छी जानकारी दी है………रोचक पोस्ट्।

अजित गुप्ता का कोना ने कहा…

कभी छिंदवाडा जाना हुआ तो जरूर देखेंगे। बहुत अच्‍छी जानकारी, आभार।

मीनाक्षी ने कहा…

छिंदवाडा की नई जानकारी तस्वीरों के साथ देख कर लगा कि आधी सैर तो यहीं हो गई...मौका मिला तो देखने भी ज़रूर जाएँग़े...

Anita ने कहा…

बहुत सुंदर और रोचक आलेख ! आपकी विनम्रता काबिले तारीफ़ है !

Arvind kumar ने कहा…

bahut sari jankari mili apki is post se.....

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

दुर्लभ जानकारी!! कुछ और तस्वीरें होतीं तो और भी आकर्षण बढ़ जाता (यदि चित्रग्रहण वर्जित ना रहा हो तो)!!

Suman ने कहा…

achhi lagi jankari ........

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" ने कहा…

बहुत अच्छी जानकारी मिली !

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

सुन्दर और सार्थक जानकारीपरक पोस्ट...

अनुपमा पाठक ने कहा…

सुन्दर संस्मरण के माध्यम से संग्रहालय से परिचय कराने के लिए आभार!

vidhya ने कहा…

thankx sanjay
visit my post

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया अमन मारवाड़ी
@ शुक्रिया ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी
अवसर मिले तो जरूर छिंदवाडा जाइएगा ....बहुत बहुत आभार
@ शुक्रिया डॉ टी एस दराल जी
@ शुक्रिया प्रवीण पाण्डेय जी
@ ताऊ रामपुरिया जी जरूर जाइएगा
@ शुक्रिया आशा जी
बहुत बहुत शुक्रिया...!
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया महेश्वरी कनेरी
@ शुक्रिया साधना वैद जी
.......शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ शुक्रिया अनवर जमाल जी
@ शुक्रिया विद्या जी

@ शुक्रिया कैलाश शर्मा जी
@ शुक्रिया रचना दीक्षित जी

मौका मिले तो जरूर जाइएगा मुझे उम्मीद है आप सभी को संग्रहालय बहुत पसंद आएगा !

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

रोचक जानकारी वाली ये पोस्ट पसंद आई संजय जी!

Arvind Jangid ने कहा…

विस्तृत रूप एंव रोचक जानकारी, छवियाँ भी सुन्दर तरीके से प्रस्तुत की हैं आपने

ऋता शेखर 'मधु' ने कहा…

रोचक जानकारी के साथ तस्वीरें भी सुन्दर..

Amit Kumar Sendane ने कहा…

hum toh mp ke hai fir bhi ghum nahi paate,,,,,,,,apki jankaari zaroor kaam ayegi.......

kshama ने कहा…

Bahut achhee jaankaaree milee! Dekhne kaa man karta hai!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

अच्छी जानकारी देती सार्थक पोस्ट

Tapashwani Kumar Anand ने कहा…

great toor Bhaskar..

Keep writing, we love to read your blog.. ;-)

Unknown ने कहा…

बेहतरीन संग्रहनीय आलेख , सुन्दर जानकारी दे है संजय जी आपने बधाई

Satish Saxena ने कहा…

यह अनूठा सा लगा ...
शुभकामनायें संजय !

S.VIKRAM ने कहा…

बढ़िया संस्मरण संजय भईया.....धन्यवाद...:)

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

बहुत बढ़िया जानकारी परक प्रस्तुति....
सुन्दर चित्रावली...
सादर आभार...

Asha Joglekar ने कहा…

इस प्रकार के संग्रहालय ही हैं जहां हमारे जनजातियों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकती है ।

Manoj Kumar ने कहा…

बहुत सुन्दर..........!!!

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

भाई संजय जी अद्भुत जानकारी देने के लिए आपका बहुत -बहुत आभार

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

भाई संजय जी अद्भुत जानकारी देने के लिए आपका बहुत -बहुत आभार

CS Devendra K Sharma "Man without Brain" ने कहा…

achha sansmaran

pragya ने कहा…

kabhi chhindvada jana hua to museum to pakka jana padega!

arvind ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी संजय जी. कभी छिंदवाडा जाने का अवसर मिला तो जरुर जाऊंगा

arvind ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी मिली संग्रहालय के बारे में

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

जानकारी देती पोस्ट।

kavita verma ने कहा…

jankari poorn post...chhindwara ek bar jana hua tha lekin iske bare me jankari nahi thi...ab agali bar jaroor dekhenge...

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया डॉ शरद सिंह जी.

@ शुक्रिया मनोज कुमार जी

@ शुक्रिया डॉ॰ मोनिका शर्मा जी

@ शुक्रिया डॉ वर्षा सिंह जी

@ शुक्रिया डॉ निधि टंडन जी.

@ शुक्रिया सीमा प्रकाश जी.

....शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा आपको बहुत पसंद आएगा मुझे पूरी उम्मीद है !

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ ब्लॉ.ललित शर्मा जी.
.......शुक्रिया

@ अरुण कुमार निगम जी.
..........शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ दर्शन कौर जी.
.........शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ अनिल अवतार जी
......शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ एम सिंह जी.
........शुक्रिया

@ मुकेश सिन्हा जी
...........शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ दीपक भाई
...शुक्रिया
@ नीरज गोस्वामी जी
......शुक्रिया

@ वंदन जी..
......शुक्रिया
@ अजीत गुप्ता जी
..........शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा

@ मीनाक्षी जी
......शुक्रिया
@ अनीता जी
......शुक्रिया

आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति .........

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" ने कहा…

dear sanjay ji...aaj sangrahalay se jude behtarin alekh ka pura pura lutf uthaya..rangeen chitron ne isme char chand laga diye hain..hardik badhayee ke sath

Urmi ने कहा…

बहुत बढ़िया लगा! नयी और महत्वपूर्ण जानकारी मिली! लाजवाब प्रस्तुती!

mridula pradhan ने कहा…

aapke nanihaal ka sangrahaly.......bahot achcha laga.

Jyoti Mishra ने कहा…

a fantastic anecdote...loved reading it !!

***Punam*** ने कहा…

भाई...
देर हो गयी....
लेकिन इतनी भी नहीं कि बधाई न दे सकूं !!
जब जागो हुआ सवेरा...
हर नई सुबह के साथ
नया दिन और जन्मदिन दोनों ही...
आज के इस जन्मदिन के लिए ढेरों बधाई !
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपकी मुस्कराने की आदत यूँ ही बनी रहे....!!

Amrita Tanmay ने कहा…

भाष्कर जी,बहुत अच्छी जानकारी दी है. सुन्दर पोस्ट .

सु-मन (Suman Kapoor) ने कहा…

bahut achhi jaankari..shukriya

Dr.NISHA MAHARANA ने कहा…

good n happy nvratri.

KAVITA ने कहा…

Bahut hi badiya jaankari..
Navratri kee haardik shubhkamnayen..

चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ ने कहा…

बहुत सुन्दर जगह घुमाया आपने...शुक्रिया

शरद कोकास ने कहा…

दो वर्ष पूर्व जब कवि नरेश चन्द्रकर को लक्ष्मण प्रसाद मंडलोई सम्मान मिला था उस समय कवि चन्द्रकांत देवताले , नरेश सक्सेना , लीलाधर मंडलोई , नरेश चन्द्रकर , राजेन्द्र शर्मा और बसंत त्रिपाठी के साथ इस संग्रहालय में जाने का अवसर प्राप्त हुआ था > इस संग्रहालय मे जिस बात ने मुझे सबसे अधिक आकर्षित किया था वह था पहाड़ों की तराई में बसे गाँव पातालकोट का मॉडेल । इस संग्रहालय की जानकारी प्रस्तुत करने के लिये तुम्हे बधाई । जो भी छिन्दवाडा जाये इसे अवश्य देखे ।

Kunwar Kusumesh ने कहा…

nice presentation.
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें.

Urmi ने कहा…

आपको एवं आपके परिवार को नवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें !

Neelkamal Vaishnaw ने कहा…

संजय भाई नवरात्रि की शुभकामनाएं
बहुत दिनों बाद आये ब्लाग में
बहुत सुन्दर लेख
आप भी मेरे फेसबुक ब्लाग के मेंबर जरुर बने
mitramadhur@groups.facebook.com

MADHUR VAANI
BINDAAS_BAATEN
MITRA-MADHUR

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

क्या बात है,
बहुत अच्छी जानकारी है।
सार्थक पोस्ट

डॉ. जेन्नी शबनम ने कहा…

sangrahaalay kisi bhi jagah ki sanskriti ko parilakshit karti hai. kabhi jaa to nahin sakungi lekin aapke lekh se ek jhalak mil gai wahan ki. dhanyawaad.

दिगम्बर नासवा ने कहा…

विजय दशमी की हार्दिक बधाई ...

poonam ने कहा…

sanjay ji
bahut bahut dhanyvaad aapke yaado ke jharokhe le liye bahut hi achha laga .mujhe to iski jaankaari hi nahi thi.
bahut der se aapke blog par aai hun xhama chahti hun.
punah hardik dhanyvaad
main aapke is post par teen baar comments daal chuki hun par pata nahi kyon post nahi ho pa raha hai.
poonam

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

sanjay ji,
bahut hi achchi lagi jaankari.mujhe to iske baare mein pataa hi nahi tha.comment dene mein vilamb ke liye maafi chahati hun.
thankyou,
poonam.

हास्य-व्यंग्य का रंग गोपाल तिवारी के संग ने कहा…

Chhindwada ke bare mein batakar aapne upyogi jankari di hai

Vivek Jain ने कहा…

बढ़िया,
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया कुमार भाई
@ शुक्रिया सलिल जी..
@ शुक्रिया सुमन जी..
@ शुक्रिया इन्द्रनील जी..
@ शुक्रिया सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी..
@ शुक्रिया अनुपमा पाठक जी..
@ शुक्रिया विद्या जी..
आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं...!

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया विरेन्द्र सिंह चौहान जी..
@ शुक्रिया अरविन्द जांगिड जी..
@ शुक्रिया ऋता शेखर 'मधु' जी..
@ शुक्रिया अमित सेंदाने भाई
@ शुक्रिया क्षमा जी..
@ शुक्रिया संगीता स्वरुप जी
@ शुक्रिया तपशवनी आनंद जी


आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ कुश्वंश जी
...............शुक्रिया
@ सतीश सक्सेना जी..
..............शुक्रिया
@ एस विक्रम जी
............शुक्रिया
@ संजय मिश्र जी..
..........शुक्रिया
@ आशा जोगलेकर जी..
..........शुक्रिया
@ मनोज कुमार
..........शुक्रिया
@ जयकृष्ण राय तुषार जी..
..........शुक्रिया
@ देवेंदर शर्मा जी..
..........शुक्रिया
धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिए

रजनीश तिवारी ने कहा…

बढ़िया जानकारी ... धन्यवाद

Ravi Rajbhar ने कहा…

Thanku Bhaskar bhaiya...
apne hame nih-shulk is khubsurat se sangrhalay ki shair karai.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

यह तो बहुत अच्छी जगह घुमाया आपने...

'पाखी की दुनिया' में भी घूमने आयें..

हास्य-व्यंग्य का रंग गोपाल तिवारी के संग ने कहा…

Manoranjak evm gyanbardhak shair karate rahiye sanjayji.

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

प्रिय संजय भाई सच में आप की कमी खल रही थी रिश्तेदारों के बीच जाकर उनसे दूर घुमते रह जाना सच में मन को थोडा बोझिल बनता है पर इसी समय में सब कुछ तो करना है ...सुखद रही यात्रा आप के द्वारा दी गयी इतनी सारी जानकारी श्री बादल भोई जनजातीय संग्रहालय के बारे में मिली मन खुश हुआ ...जय माता दी
धन्यवाद सुंदर कृति
भ्रमर ५

Ankur Jain ने कहा…

sanjayji mera bhi nanihal chhindwara me hai...is post ne meri bhi yaden taja kar di.....

Urmi ने कहा…

आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
आपके नए पोस्ट का इंतज़ार रहेगा !

Kunwar Kusumesh ने कहा…

बहुत सुन्दर जानकारी .

आशा बिष्ट ने कहा…

gyanvardhak jaankari..
aap mere blog me aaye,apka abhar....
apko bhi deepawali ki agrim shubhkamnayen....

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ शुक्रिया प्रज्ञा जी
...................शुक्रिया
@ अरविन्द जी
...................शुक्रिया
@ देवेन्द्र पाण्डेय जी
...................शुक्रिया
@ कविता जी
...................शुक्रिया
@ निवेदिता जी
...................शुक्रिया
@ डॉ आशुतोष जी
...................शुक्रिया
@ बबली जी
...................शुक्रिया
@ मृदुला प्रधान जी
...................शुक्रिया
शुक्रिया मौका मिले तो जरूर जाइएगा
आपको बहुत पसंद आएगा मुझे पूरी उम्मीद है

आपने ब्लॉग पर आकार जो प्रोत्साहन दिया है उसके लिए आभारी हूं

संजय भास्‍कर ने कहा…

@ ज्योति मिश्र जी.
..............शुक्रिया
@ पूनम जी
..............शुक्रिया
@ अमृता तन्मय जी
..............शुक्रिया
@ सुमन जी
..............शुक्रिया
@ निशा महाराणा जी
..............शुक्रिया
@ कविता जी
..............शुक्रिया
@ चन्द्र भूषण गाफिल जी
..............शुक्रिया
@ शरद कोकस जी
..............शुक्रिया
अवसर मिले तो जरूर छिंदवाडा जाइएगा .... आप सभी का बहुत बहुत आभार

Urmi ने कहा…

आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

Neelkamal Vaishnaw ने कहा…

आपको धनतेरस और दीपावली की हार्दिक दिल से शुभकामनाएं
MADHUR VAANI
MITRA-MADHUR
BINDAAS_BAATEN

VIJAY PAL KURDIYA ने कहा…

acchi jankari.....

रचना दीक्षित ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति
आपको व आपके परिवार को दीपावली कि ढेरों शुभकामनायें

Sonroopa Vishal ने कहा…

बहुत रोचक .....आपको भी दीपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं !

Bharat Bhushan ने कहा…

दीपावली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.

My Voices ने कहा…

संजय,
आपके निंरतर मेरी रचनाओं को पड़ कर उन पर टिप्प्णी देने के लिये धन्यवाद. आपने संग्रहालय की बात करी तो सोचा आप के साथ जानकारी बांट लुँ, एक कलाकार मित्र ने हाल में ही झाबुआ और रायपुर के २ आदिवासी गांवों में स्थानिय निवासियॊं के साथ मिलकर अपनी कला और कलाक्रतियों के लिये स्वय़ं ही ऐसे सग्रहालय का निर्माण किया था!
www.negfire.org पर शायदा आपको इसकी रिपोर्ट मिले!
दीवाली की गालिय़ॊं के लिये शुक्रिया!

Dinesh pareek ने कहा…

आप की रचना बड़ी अच्छी लगी और दिल को छु गई
इतनी सुन्दर रचनाये मैं बड़ी देर से आया हु आपका ब्लॉग पे पहली बार आया हु तो अफ़सोस भी होता है की आपका ब्लॉग पहले क्यों नहीं मिला मुझे बस असे ही लिखते रहिये आपको बहुत बहुत शुभकामनाये
आप से निवेदन है की आप मेरे ब्लॉग का भी हिस्सा बने और अपने विचारो से अवगत करवाए
धन्यवाद्
दिनेश पारीक
http://dineshpareek19.blogspot.com/
http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/

Dinesh pareek ने कहा…

आप की रचना बड़ी अच्छी लगी और दिल को छु गई
इतनी सुन्दर रचनाये मैं बड़ी देर से आया हु आपका ब्लॉग पे पहली बार आया हु तो अफ़सोस भी होता है की आपका ब्लॉग पहले क्यों नहीं मिला मुझे बस असे ही लिखते रहिये आपको बहुत बहुत शुभकामनाये
आप से निवेदन है की आप मेरे ब्लॉग का भी हिस्सा बने और अपने विचारो से अवगत करवाए
धन्यवाद्
दिनेश पारीक
http://dineshpareek19.blogspot.com/
http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/

Naveen Mani Tripathi ने कहा…

vah ... bhaskar ji ....bhaut upyogi sarthak pravishti pr abhar.

संधू साहिब ने कहा…

ROFL could this be your pic? http://j.mp/zY4PBz?=z1qhG2z

Yogesh Sharma ने कहा…

नव वर्ष मंगलमय हो आपको संजय जी

Madhavi Sharma Guleri ने कहा…

इस संग्रहालय की जानकारी नहीं थी. शुक्रिया.