17 जनवरी 2011

तमन्ना कभी पूरी नही होती.....संजय भास्कर

तमन्ना तो आखिर तमन्ना है दोस्त 
इसे सच कैसे जान लिया तुमने  
सच तो ये है के तमन्ना कभी पूरी नही होती और  
जो पूरी हो जाये, वो तमन्ना नही होती !

.....संजय भास्कर .....

 बहुत दिनों से ब्लॉग पर कविता लिख रहा था पर धीरे धीरे समय की कमी के कारण  कविता नहीं लिख पाया इसीलिए आज कुछ लाइन पेश है.. .उम्मीद है आपको पसंद आएगी !