07 मार्च 2018

.....शादी की सालगिरह और तुम :)

नमस्कार दोस्तो कैसे हैं आप सब? उम्मीद है, स्वस्थ-प्रसन्न होंगे सभी मित्रो को मेरा प्यार भरा नमस्कार शब्दों से यूँ ही मुस्कुराहट बाँटने की कोशिश में कल कुछ पीछे छूट गया कल मेरी शादी की सालगिरह थी हमेशा ही आप सभी का स्नेह और आशीर्वाद मुझे मिलता रहा है आज फिर इस अवसर पर आप सभी का प्रेम और आशीर्वाद चाहिए आज ब्लॉग पर वापसी एक पुरानी कविता के साथ जो शादी से पहले की है उम्मीद है पसंद आये ....!!
आज के ही दिन हम हुए थे एक कुछ खट्टी मीठी यादें 
ढेर सारा प्यार लगता है 
कल की ही बात है स्वर्ग में तय होते हैं रिश्ते 
सुना है ऐसा सब कहते हैं,
( चित्र:- प्रीती भास्कर और मैं )

तेरे लायक नहीं,जानता हूँ मैं 
जो कभी नही हुआ
वो आज हो गया
जो मेरे पास था
वो दिल खो गया
तुम जानती हो या पता नहीं
पर जो खोया है मैंने
वो है तेरे पास कहीं
मिल जाये तो लौटा देना
तेरे लायक नहीं वो
जानता हूँ मैं 
ले लूँगा, समझाकर रख लूँगा पास अपने ही !!


- संजय भास्कर